सड़क के किस्से
सड़क के किस्से
नमस्ते दोस्तो आज मैं बहुत खुश हूं और ऐसा इसलिय क्योंकी आज मैं अपने कुत्ते के साथ वॉक पे जब गया तो मेरे साथ एक बहुत ही बढ़िया घटना हुई जनना चाहते हैं क्या हुआ तो आगे बने रहे। बात को बीच में रोकने के लिए माफ़ी चाहता हूं पर एक महत्वपूर्ण घोषणा करनी है की जितनी जल्दी मेरा ब्लॉग प्रसिद्ध होगा उतने ही जल्दी मेरा यूट्यूब चैनल आयेगा और आपको बहुत हसायेगा और बहुत जल्दी ही आपको मेरे यूट्यूब चैनल पे मेरा वर्ल्ड टूर दिखेगा धन्यवाद।
तो कहाँ था मैं हा !! जो आज हुआ उससे तो मेरी सुबह की शुरुआत बहुत ही बढ़िया हुई और पूरे दिन मै कुश रहा। तो जानने के लिए तैयार है आप लोग। आज मैं जब मेरे कुट्टे टुक टुक को घुमाने गया तो मुझे सड़क पे करीब 500 रुपये के दो नोट मिले टेंशन मत लो वो असली पैसे थे और मैं भाई चार पाँच बार उन्हे चेक ही किये जा रहा था पर वो असली ही थे। मैं तो खुशी से पागल हो गया पर एक ओर मैने मन में यह भी लग रहा था की जिस्के पैसे छुटे है वो इन्हे धुंड रहा होगा मैंने उसमे से एक नोट निकला और दूसरा नोट वही छोड़ दिया ताकी उसे वो मिल जाय। मैं घर पहुंचा और अपने सभी दिनचार्य के काम पुरे किये और फिर बाहर अपने दोस्तों से मिलने चला गया सत्यम के घर पर जाकर मैं जोर से चिल्ला रहा था की सत्यम बाहर आ रसराज के कैफे पर चलते हैं सत्यम थोड़ी देर बाद बाहर आया और कहने लगा की चले तो जाएंगे पर पैसे कहां से आएंगे तो मैंने उससे कहा की चिंता मत कर मैं देख लूंगा तो फिर मैं मेरे और दो खास दोस्तों के पास गया जिन्का नाम है अनंत और वेदांत वो भी वही चीज कह रहे थे फिर थोड़ी देर बाद जाके वो सभी लोग मान गए।
हम सबने फिर अपनी-अपनी साइकिल निकाली और चले गए रसराज की ओर हमने वहां खूब मजे किए और फिर करीब आधे घंटे और उसके भी फिर 10,5 मिनट देर से घर पहुंचे बहुत सारी मस्ती और धमाल से भरी आज की ये शाम मैं कभी नहीं भुला पाउँगा अब एक सलाह कभी भी मेरी तरह सड़क पर किसी के पैसे अगर गिरे हो तो मेरी तरह खुद उसे इस्तेमाल मत करना बल्कि उसे किसी पुलिस वाले को या तो किसी आस पास रहने वाले को सौंप दे अपने साथ ले जाकर या अपने काम के लिए इस्तमाल करना ये बहुत बेकर जुर्म है। खैर घर आने के बाद मैं फिर से वही 12 बजे जाकर कोई उत-पतांग फिल्म देखने के बाद सोया
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